दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के वकील रीपक कंसल ने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री पर आरोप लगाया था कि रजिस्ट्री, कुछ मामलों (केस) को लिस्ट करने के मामले में भेदभाव और अनुचित प्राथमिकताएं दिखा रही है.
रीपक कंसल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के सेक्शन ऑफिसर और/या रजिस्ट्री नियमित रूप से कुछ लॉ फॉर्म्स और प्रभावशाली वकीलों और उनके केसेज को ‘वीवीआइपी ट्रीटमेंट' देते हैं, जो सुप्रीम कोर्ट में न्याय पाने के समान अवसर के खिलाफ है.
कोर्ट से मांग की गई थी कि सुनवाई के लिए मामलों को सूचीबद्ध (लिस्ट) करने में ‘पिक एंड चूज' नीति न अपनाया जाए और कोर्ट रजिस्ट्री को निष्पक्षता और समान व्यवहार का निर्देश दिए जाएं.
Sources- NDTV
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Yes Protest must be registered.
ReplyDeleteSome coin I have
ReplyDeleteYes Protest must be registered.
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