उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में अपर जिला जज-9 ने आत्महत्या कर ली है। सुसाइड करने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना इलाके के नेहरू नगर में स्थित आवास पर अपर जिला जज-9 योगेश कुमार ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। सुबह 9 बजे मामले की जानकारी होने पर अन्य जज उन्हें यशोदा अस्पताल ले गए।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में अपर जिला जज-9 ने आत्महत्या कर ली है। सुसाइड करने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। #Ghaziabad #court #judge pic.twitter.com/sGZdsdUtoP
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सीओ द्वितीय अवनीश कुमार ने बताया कि अपर जिला जज योगेश कुमार ने सुसाइड किया है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
योगेश कुमार की 17 मार्च 2020 को गाजियाबाद जिला अदालत में नियुक्ति हुई थी।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में अपर जिला जज-9 ने आत्महत्या कर ली है। सुसाइड करने की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
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योगेश कुमार की 17 मार्च 2020 को गाजियाबाद जिला अदालत में नियुक्ति हुई थी।
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एसपी सिटी- प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि सिहानी गेट थाना क्षेत्र स्थित न्यायाधीश आवासीय सोसायटी के टावर नंबर-2 स्थित फ्लैट नंबर 303 में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश योगेश कुमार शर्मा, पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते थे। शुक्रवार तड़के उन्होंने कमरा बंद कर फांसी लगा ली। पत्नी व बच्चे दूसरे कमरे में सो रहे थे। पत्नी की आंख खुली तो वह पति के कमरे में पहुंची। कमरे का दरवाज़ा अंदर से बंद था।काफ़ी खटखटाने के बावजूद दरवाज़ा नहीं खुला तो उन्होंने पड़ोस के रहने वाले न्यायाधीशों को उठाया। न्यायाधीशों ने गार्डों को बुलवाकर दरवाजा तुड़वाया। कमरे में योगेश कुमार शर्मा फंदे से लटके हुए थे।
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न्यायाधीशों ने गार्डों की मदद से उन्हें फंदे से उतारा और निकट के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर शुक्रवार सुबह जिला न्यायाधीश नीरज निगम, डीएम अजय शंकर पांडेय, एसएसपी कलानिधि नैथानी, ज़िले में तैनात अन्य न्यायाधीश और बार एसोसिएशन के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे।
स्वजन के पहुंचने के बाद योगेश कुमार शर्मा का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उनके छोटे भाई मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि अंतिम संस्कार मेरठ में होगा। वह मेरठ में गढ़ रोड स्थित वैशाली कॉलोनी के रहने वाले थे।
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खुशमिजाज थे जज योगेश कुमार
उनके घनिष्ठ परिचित अमित नाम के एक युवक ने बताया कि योगेश कुमार बेहद खुशमिजाज स्वभाव के थे। आखिर इस तरह का कठोर कदम किसलिए उठाया गया वह खुद इस बात को सोचकर हैरान हैं। उधर इस पूरे मामले में गाजियाबाद पुलिस कुछ भी कहने से इनकार कर रही है। केवल कई पहलुओं पर जांच की बात अवश्य कही जा रही है।
खुशमिजाज थे जज योगेश कुमार
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