Header Ads Widget

Latest Updates

6/recent/ticker-posts

कोरोना संक्रमित पूर्व जिला जज की पत्नी की एंबुलेंस के इंतजार में हुई मौत लाश उठाने वाला भी नहीं मिला

कोरोना ने फिर से पूरे देश में मचाई तबाही लोगों का जीवन फिर से हुआ अस्त-व्यस्त। 

कोरोना ने फिर से पूरे देश में मचाई तबाही लोगों का जीवन फिर से हुआ अस्त-व्यस्त।

Share This



Also Read - 
इलाहाबाद हाईकोर्ट: घर से भागकर शादी करने वाली नाबालिग लड़की को पति के साथ रहने का अधिकार नहीं 

राजधानी में बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण ने कुछ ही दिनों में इतने बद से बदतर हालात पैदा कर दिए हैं कि जिसके बारे में सुनकर आपका कलेजा फट जाएगा, रूह कांप जाएगी, दिमाग काम करना बंद कर देगा।

कोरोना पीड़तों की खौफनाक कहानियां लखनऊ में बेहद डरावनी हो चली हैं। बड़े बड़े अधिकारी सफेद झूठ बोले जा रहे हैं और यहां मरीजों की जान जा रही हैं।

ताजा मामले में गोमती नगर में विनम्र खंड के निवासी पूर्व जिला जज रमेश चंद्रा का है।


Also Read - 
मथुरा खबर - आजाद भारत में पहली बार होने जा रही है एक महिला को फांसी, तैयारिया शुरु हो चुकी है फांसी की ।


दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उनकी पत्नी 64 वर्षीय मधु चंद्रा भी संक्रमित थीं। पूर्व जिला जज ने डीएम से लेकर सीएमओ व कोविड-19 कंट्रोल रूम समेत अन्य अधिकारियों को पचासों फोन कर डाले।

मगर हर जगह से अभी तभी व्यवस्था कराने व एम्बुलेंस भेजने का सिर्फ झूठा आश्वासन मिलता रहा।

बृहस्पतिवार को सुबह करीब आठ बजे मधु चंद्रा ने दम तोड़ दिया। अब उनकी लाश उठाने तक के लिए कोई नहीं जा रहा।



पूर्व जज रमेश चंद्र ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि वह स्वयं भी डीएम से लेकर सीएमओ और कंट्रोल रूम के अधिकारियों को दर्जनों बार फोन कर चुके जिसकी कोई गिनती नहीं है।

मगर हर बार यही का कहा जाता रहा कि बस पांच मिनट, कभी 10 मिनट, कभी सिर्फ 20 मिनट और तो कभी केवल आधे घंटे में आपके घर एंबुलेंस पहुंच रही है, लेकिन यह करते डेढ़ दिन बीत गए। एंबुलेंस नहीं।

पत्नी मधु चंद्रा की हालत इस दौरान बेहद नाजुक हो गई। उनका ऑक्सीजन स्तर 80 से नीचे पहले ही दिन जा चुका था जो कि लगातार गिर रहा था।

हम लोग एंबुलेंस का इंतजार करते रहे मगर सुबह उनकी सांसें उखड़ गई यह कहते पूर्व जिला जज का गला रुलाया वह बाबू को उठे और कहने लगे कि मौत के बाद सुबह से लाश उठाने के लिए संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों को दर्जनों बार फोन कर चुका हूं लेकिन कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है। अभी साढ़े 12 बजे यानी थोड़ी देर पहले एंबुलेंस भेजी गई है।


Also Read 
वकील साहब का चोरी हो गया मोबाइल, पुलिस ने नहीं दर्ज की एफआईआर, CJM का आदेश, थानेदार के खिलाफ दर्ज हो केस


सीएमओ डॉक्टर संजय भटनागर ने कहा कि उनके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा था, लेकिन जब अस्पताल में बेड खाली होते हैं तभी मरीज शिफ्ट हो पाते हैं।

हम लोग रात दिन मरीजों को भर्ती करवाने के प्रयास में लगे हैं।


Also Read - आईपीसी 498 ए के केस में ट्रायल के बाद पति बरी हो चुका है तो वह क्रूरता के आधार पर तलाक मांग सकता है : सुप्रीम कोर्ट





Thank You



Telegram Legal Advisory


                                       

Enter your email address and get directly 

updates on your Email:





Trending Articles

1- ऑनलाइन ट्रांसफर के दौरान डाल दिया गलत IFSC कोड तो क्या होगा?

2- रेप केस को हल्का करने के बदले मोटी रकम लेने वाली सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार

3- वकीलों का आरोप: सीएमओ की फर्जी रिपोर्ट पर कचहरी पिछले 10 दिनों से कंटेनमेंट जोन में तब्दील, सीएमओ के खिलाफ थाने पहुंचे वकील

4- विकास दुबे के एनकाउंटर के खिलाफ SC में दाखिल हुई याचिका, CBI जांच की मांग

5- हाईकोर्ट का फैसला, सिंदूर और चूड़ी नहीं पहनने पर पति दे सकता है पत्नी को तलाक

6- जो अधिवक्ता किसी संघ के सदस्य नहीं हैं, वे अपना विवरण यूपी बार कौंसिल को -मेल से भेज सकते हैं। जिन अधिवक्ताओं का विवरण समय से बार काउंसिल ऑफ इंडिया नहीं पहुंचेगा, उनके बारे में माना जाएगा कि वे अधिवक्ता के रूप में व्यवसायरत नहीं हैं।

7- प्रयागराज: हाईकोर्ट के वकील अभिषेक शुक्ला को बदमाशों ने मारी गोली, अतीक अहमद गैंग से जुड़े तार

8- सुप्रीम कोर्ट के इस वकील ने क्यों ठुकरा दिया 50 लाख रुपये फीस का ऑफर? - New!

9- हाईकोर्ट ने जूनियर वकील के बलात्कार के आरोपी सरकारी वकील को गिरफ्तार नहीं करने का निर्देश दिया

10- दिल्ली बार काउंसिल (बीसीडी) में पंजीकृत वकीलों की वित्तीय सहायता के लिए हाईकोर्ट में अपील - New!

11- वकीलों को किसी अन्य माध्यम से आजीविका की अनुमति नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने महामारी के चलते वकीलों की वित्तीय कठिनाइयों पर टिप्पणी की 


Post a Comment

0 Comments